Mock Drill on " Disaster Management" conducted by VGC Mandi and District Administration on 15 September 2021
Students of Journalism and Mass Communication participated in Mock Drill on Disaster Management (15th Sept., 2021)
Webinar on Nag-Arya Struggle and Treaty : Media Discussion
Webinar on "Nag-Arya Struggle and Treaty : Media Discussion" conducted by Dehradun College. Dr. Chaman, HOD, Department of Journalism and Mass Communication participated as Keynote speaker
Journalism and Mass Communication Department of VGC Mandi Organises a Webinar on Fake News
A one day webinar wasorganised on 'Fake News: Consequences and Remedies' on 11th November 2021 bythe Department of Journalism and Mass Communication, Vallabh Government CollegeMandi. It comprised a training session by Prof. Umesh Arya, Dean, Faculty ofMedia Studies, Guru Jambeshwar University, Hisar who was also the Chief Guestof the event. The function was presided over by Patron Dr. Y.P. Sharma,Principal Vallabh Government College Mandi who said that Journalism is anintegral part of a democracy and has a significant role to play in a democraticcountry like India. He also highlighted the significance of scrutinizing thetruth in today’s era of information overload.
Prof. Umesh Arya brought tolight the fact how fake news is spreading its web in today’s vulnerablescenario wherein people are exposed to a variety of messages everyday. Thepurpose of spreading misinformation or misleading information could be to harmsomeone's reputation. Fake messages are created by groups of people withparticular religious or communal leanings to mislead the general public. Thesource of such messages is never known. The intentional or unintentionalforwarding of such messages poses serious issues for society and is also apunishable offence under Sections 34, 120, 153, 499 and 505 of IPC.
The social media platformslike WhatsApp and Facebook constitutethe main sources for promotion of such messages. People believe such messagesto be true on account of their being shared by their reliable friends andfamily. They don't try to explore the reliability of the source. In such ascenario when wrong content can harm anyone, it becomes imperative to checkfacts and establish the truth. This can be done with the help of Google FactCheck Tools. Prof. Arya trained the audience in checking the reality andreliability of text, image and videos.
The Organizing SecretaryDr. Chaman proposed a vote of thanks. He warned the students to be carefulabout their forwarding behaviour. The session was moderated by Ms. ArchanaShukla.
The webinar could be joinedeither through zoom link or through virtual classroom of the college. PrincipalDr. Y.P. Sharma Senior Prof. Seema Bawa,Flying Officer Dr. Chaman, Dr. Mahendra Jamwal, Dr. Vikas Thakur, AssistantProfessor Ms. Archana Shukla, Dr. Shivani Chaudhary, Mr. Hem Raj Bhardwaj andmore than hundred students attended the webinar.
वल्लभ राजकीय महाविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग ने " नेशनल प्रैस डे" पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन
"मीडिया विमर्श व सामाजिक सरोकार" विषय पर आधारित सेमिनारमें पत्रकारिता एवं जनसंचार विभागाध्यक्ष फ्लाइंग ऑफिसर डॉ चमन ने बतौर बीज वक्ता भाग लिया। विभागाध्यक्षसहायक प्रोफेसर डॉ चमन ने कहा- मीडिया समाजिक राजनीतिक व आर्थिक प्रदूषण को छानने का कार्य करती है। देश व दुनिया को निर्भीक, निष्पक्ष व सत्य निष्ठ मीडिया की जरूरत है। फेक न्यूज़ , अफवाह व मॉबलिंचिंग लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा है। पत्रकारिताएवं जनसंचार विभागाध्यक्ष सहायक प्रोफेसरडॉ चमन ने कहा- सोशल मीडिया दुनिया को अप्रत्याशित ढंग से बदल रहा है। सोशल मीडियाने संभावनाएं दिखाई है, वहीं उससे कहीं अधिक आशंकाओंको जन्म दिया है। सोशल मीडिया जनसंचार केक्षेत्र को अधिक लोकतांत्रिक बनाने वाला नजर प्रतीत होता है। वहीं दूसरी ओर मीडिया प्रभुत्वशाली शक्तियों के हित मेंनियंत्रित करने का साधन भी बना है।
डॉ चमन ने कहा- तथ्य पवित्र है, पत्रकार न्यूज़ और बयूज़ का मिश्रण नाकरें। समाचार को पूर्ण सत्यता व वस्तुनिष्ठता के साथ सांझा करें। डॉ चमन ने कहा-दुनिया को खूबसूरत बनाने में पत्रकारों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। झूठ कापर्दाफाश करने मे कई पत्रकारों ने अपनी जान की बाज़ी तक लगा दी । इस अवसर परनिर्भीक व निष्पक्ष पत्रकारिता के लिएअपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले पत्रकारों को स्मरण किया गया। वल्लभ राजकीय महाविद्यालय केप्राचार्य डॉ वाई पी शर्मा ने राष्ट्रीय प्रेस डे पर पत्रकारों को शुभकामनाएं दी है। प्राचार्य नेकहा- पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा मजबूत स्तंभ है। पत्रकारिता में निर्भीक, निष्पक्ष व सत्य निष्ठ मीडिया कीमहत्वपूर्ण भूमिका है। इस अवसर परवनस्पति विज्ञान विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ बनीता सकलानी ने सोशल मीडिया के सकारात्मक व नकारात्मक पहलुओंपर विचार प्रस्तुत किए। डॉ बनिता सकलानी ने कहा- सोशल मीडिया में परोसे जा रहेसमाचारों की सत्यता की जांच अनिवार्य है।
इस अवसर पर पत्रकारिता एवं जनसंचारविभाग के विद्यार्थी नीरज सोलंकी, दीक्षा ठाकुर, संजना लाम्बा, राकेश राणा व नूतन कुमारी ने नेशनल प्रेस डे पर आधारित सेमिनार "मीडिया विमर्श व सामाजिक सरोकार" परअपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। इस अवसर परपत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के छात्र नीरज सोलंकी ने कहा- मीडिया वॉइसलेस लोगोंकी आवाज है। दीक्षा ठाकुर ने कुशल वईमानदार व्यक्तित्व की पत्रकारिता मेंभूमिका पर बल दिया। पत्रकारिता एवंजनसंचार विभाग की छात्रा संजना लाम्बाद्वारा निर्मित चित्र लेखन व पोस्टरमेकिंग कला सेमिनार के आकर्षण का केंद्र रही। विज्ञान संकाय के छात्रों को सेमिनारमें विज्ञान पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं को जानने का अवसर मिला। इस अवसर पर इतिहास विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ महेंद्रजमवाल सहित पत्रकारिता जनसंचार विभाग व वनस्पति शास्त्र विज्ञान विभाग के सैकड़ोंविद्यार्थियों ने भाग लिया।
वल्लभ राजकीय महाविद्यालय मंडी के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग ने " राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस" पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन।
राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस पर आधारितकार्यक्रमों की अध्यक्षता वल्लभ राजकीय महाविद्यालय मंडी के प्राचार्य डॉ वाई पीशर्मा ने की। प्राचार्य डॉ वाईपी शर्मा ने कहा- पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा मजबूत स्तंभ है। लोकतंत्र कोअक्षुण्ण बनाए रखने में मीडिया कर्मियों का महत्वपूर्ण योगदान है। प्राचार्य ने कहा- भारतीय संविधान कीप्रस्तावना भारत के नागरिकों व पत्रकारों के लिए दिशा निर्देशक के रूप मेंमहत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।प्राचार्य डॉ वाई पी शर्मा ने कहा-महाविद्यालय केपत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के विद्यार्थी राष्ट्रीय मीडिया संस्थानों मे अपनीउत्कृष्ट सेवाएं दे रहे हैं।
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ वाई पी शर्मा ने पत्रकारिता एवं जनसंचार विभागाध्यक्ष फ्लाइंग ऑफिसर डॉ चमन को भारतीय संविधान की प्रस्तावना प्रदान करकेसम्मानित किया। "लोकतंत्र में मीडिया की भूमिका"विषय पर आधारित सेमिनार में पत्रकारिता एवं जनसंचार विभागाध्यक्ष फ्लाइंग ऑफिसर डॉचमन ने बतौर बीज वक्ता भाग लिया। विभागाध्यक्ष सहायक प्रोफेसर डॉ चमनने कहा- देश व दुनिया को निर्भीक, निष्पक्ष व सत्य निष्ठ मीडिया की जरूरत है।
डॉ चमन ने कहा- तथ्य पवित्र है, पत्रकारन्यूज़ और व्यूज़ का मिश्रण नाकरें। समाचार को पूर्ण सत्यता ववस्तुनिष्ठता के साथ सांझा करें।
डॉ चमन ने कहा- दुनिया को खूबसूरतबनाने में पत्रकारों ने महत्वपूर्ण योगदानदिया है। झूठ का पर्दाफाश करने मे कई पत्रकारों ने अपनी जान की बाज़ी तक लगा दी । फेकन्यूज़ व मॉब लिंचिंग लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा है। पत्रकारिता एवंजनसंचार विभागाध्यक्ष सहायक प्रोफेसर डॉचमन ने कहा- सोशल मीडिया दुनिया को अप्रत्याशित ढंग से बदल रहा है। सोशल मीडिया नेसंभावनाएं दिखाई है, वहीं उससेकहीं अधिक आशंकाओं को जन्म दिया है। सोशल मीडिया जनसंचार के क्षेत्र को अधिकलोकतांत्रिक बनाने वाला नजर प्रतीत होता है। वहीं दूसरी ओर मीडिया प्रभुत्वशाली शक्तियों के हित में नियंत्रित करने का साधन भीबना है। इस अवसर पर निर्भीक व निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले पत्रकारों को स्मरण किया गया। पत्रकारिता में निर्भीक, निष्पक्षव सत्य निष्ठ मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है।
इस अवसर पर इतिहास विभाग के सहायकप्रोफेसर डॉ महेंद्र जमवाल ने स्वतंत्रता संग्राम में मीडिया की भूमिका विषयपर अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया। इस अवसर पर पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के विद्यार्थी नीरज सोलंकी, दीक्षाठाकुर, संजना लामा, राकेश राणा व नूतन कुमारी, कैडट रीना व कडैट भूमिका ने राष्ट्रीयपत्रकारिता दिवस पर पर आधारित सेमिनार " लोकतंत्र में मीडिया की भूमिका" विषय पर अपने शोध पत्रप्रस्तुत किए। इस अवसर पर पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग ने विभिन्न स्पर्धाओं का आयोजन किया।
राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस पर आयोजित भाषणप्रतियोगिता में पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के छात्र नीरज सोलंकी ने प्रथमपुरस्कार अर्जित किया। एनसीसी एयर विंग कैडेट रीना ने द्वितीय पुरस्कार व कैडेट भूमिका ने तृतीय पुरस्कार अर्जित किया।पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की छात्रा संजना लामा को उत्कृष्ट नारा लेखन और पोस्टर मेकिंग के लिएप्रथम पुरस्कार से नवाजा गया। संजना लामाद्वारा निर्मित चित्र लेखन व पोस्टरमेकिंग कला सेमिनार के आकर्षण का केंद्र रही। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ वाई पीशर्मा ने भाषण, पोस्टर मेकिंग व चित्र लेखन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालेविद्यार्थियों को सम्मानित किया। इस अवसर पर हिंदी विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉहेमराज भारद्वाज व इतिहास विभाग के प्रोफेसर डॉ महेंद्र जमवाल निर्णायक मंडल मेंशामिल रहे। प्रोफेसर हेमराज भारद्वाज नेराष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस पर शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए । इस अवसरपर अंग्रेजी विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसरसीमा बावा, प्रोफेसर मुक्ता वैद्य, प्रोफेसर प्रियंका, वनस्पतिविभाग की सहायक प्रोफेसर बनीता सकलानी इतिहास विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ महेंद्रजमवाल, डॉ हेमराज भारद्वाज, सार्जेंटजयप्रकाश, तुषार, दीक्षा ठाकुर,नूतन, राकेशराणा सहित पत्रकारिता जनसंचार विभाग, अंग्रेजी विभाग, एनसीसी वायु सेना विंग , रोवर रेंजर यूनिट, विज्ञान, कला व वाणिज्य संकाय के सैकड़ोंविद्यार्थियों ने भाग लिया।
वल्लभ राजकीय महाविद्यालय मंडी मे संविधान दिवस आयोजित
वल्लभ राजकीय महाविद्यालय मंडी मेसंविधान दिवस आयोजित किया गया। संविधान दिवस पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों कीअध्यक्षता कार्यवाहक प्राचार्य प्रोफेसर सीमा बाबा ने की। प्रोफेसर सीमा बाबा नेमहाविद्यालय के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा- देश की एकता और अखंडता कोअक्षुण्ण बनाए रखने मे भारतीय संविधान महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
इस अवसर पर पत्रकारिता एवं जनसंचारविभागाध्यक्ष व एनसीसी वायु सेना विंगमंडी के ट्रूप कमांडर फ्लाइंग ऑफिसर डॉ चमन ने एनसीसी कैडेटों व विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा- भारतीय संविधान के निर्माण मे भारत रत्न बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर का उल्लेखनीय योगदान है। डॉअंबेडकर ने 60 देशों के संविधानों का अध्ययन कर व शाक्य व लिच्वी गणराज्यों के लोकतांत्रिक मूल्यों व बौद्ध संघ रीतियों और अन्य बौद्ध ग्रंथों का अध्ययन करके दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र व गणतंत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। डॉअंबेडकर द्वारा तैयार किए गए संविधान मे नागरिक स्वतंत्रता की एक विस्तृत श्रृंखलाके लिए संवैधानिक गारंटी और सुरक्षाप्रदान की गई है। जिसमें धर्म की आजादी, छुआछूत को खत्म करना, और भेदभाव के सभी रूपोंका उल्लंघन करना शामिल है। डॉक्टर अंबेडकर ने महिलाओं के लिए व्यापक आर्थिक औरसामाजिक अधिकारों के लिए प्रावधान किएहैं। हिमाचल प्रदेश के दुर्गम क्षेत्रलाहुल स्पीति के लोगों को जनजातीय क्षेत्रों का दर्जा दिलाने में डॉ अंबेडकर ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। भारत में मूलभूत संरचनात्मक ढांचा व रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की स्थापना मे भारत रत्न डॉक्टर बी आर अंबेडकर केविजन का नतीजा है। 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा को संबोधित करते हुए डॉक्टर बी आरअंबेडकर ने कहा:
"मैंमहसूस करता हूं कि संविधान काम करने के लायक है, यह लचीला है पर साथ ही यह इतना मजबूत भी है कि देश को शांतिऔर युद्ध दोनों समय में जोड़ कर रख सके। वास्तव में मैं कह सकता हूं कि अगर कुछ भीगलत हुआ तो इसका कारण यह नहीं होगा कि हमारा संविधान खराब था बल्कि इसका उपयोग करनेवाला मनुष्य अधम था"
डॉ चमन ने संविधान के रचयिता बाबासाहेब डॉक्टर अंबेडकर केभाषण का उदाहरण देते हुए कहा- देश केनागरिक अगर धर्म, जाति, संप्रदाय और क्षेत्र को देश के हितों से ऊपर रखेंगे तो हमारी स्वतंत्रता एक बार फिर खतरे में पड़जाएगी । डॉ बी आर अंबेडकर को भारत मेंबौद्ध धर्म के पुनरुत्थान और विस्तार केलिए भी जाना जाएगा। डॉक्टर बी आर अंबेडकर के संघर्ष और चुनौतियां दुनिया के लिएप्रेरणा के स्रोत है ।
इस अवसर पर राजनीतिक शास्त्र विभागके प्रोफेसर डॉ दायक ठाकुर ने बतौर बीज वक्ता भाग लिया। डॉक्टर दायक ने भारतीयसंविधान के निर्माण व प्रस्तावना पर विस्तृत व्याख्यान दिया।
इस अवसर पर कार्यवाहक प्राचार्यप्रोफेसर सीमा बाबा ने एनसीसी कैडेटों व विद्यार्थियों को प्रस्तावना की शपथदिलाई।
सविधान दिवस पर आयोजित भाषण स्पर्धामे पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की छात्रा दीक्षा ठाकुर ने प्रथम पुरस्कार अर्जितकिया। कैडेट अंडर ऑफिसर ईशा चंदेल ने द्वितीय पुरस्कार अर्जित किया। पत्रकारिताएवं जनसंचार विभाग के छात्र नीरज सोलंकी ने भाषण स्पर्धा में तृतीय पुरस्कारअर्जित किया।
इस अवसर पर कार्यवाहक प्राचार्य प्रोफेसर सीमा बाबा, शिक्षकों व विद्यार्थियों ने भारतीयसंविधान के रचयिता बाबा साहेब डॉ बी आर अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण व पुष्पअर्पित किए। कार्यवाहक प्राचार्य सीमा बावा ने फ्लाइंग ऑफिसर डॉ चमन को भारतीय संविधान की प्रस्तावना की प्रतिप्रदान की। बॉयज हॉस्टल के छात्रों ने भारतीय संविधान में निहित अधिकारों औरकर्तव्यों पर आधारित शानदार लघु नाटिका प्रस्तुत की।
इस अवसर पर कविता पाठ में कैडेटकनुप्रिया व तनु ने भाग लिया। देश भक्तिगीत कार्यक्रम में भानुप्रिया ने शानदार प्रस्तुति दी। पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग व एनसीसी यूनिटने चित्र लेखन पोस्टर मेकिंग स्पर्धाओं में भाग लिया। संविधान दिवस पर आयोजितविभिन्न कार्यक्रमों में शानदार व उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मेधावीविद्यार्थियों को मुख्य अतिथि ने सम्मानित किया। निर्णायक मंडल में डॉ सुमनभारद्वाज व डॉ महेंद्र जमवाल शामिल रहे। इस अवसर पर वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ दायक रामठाकुर, प्रोफेसर मुक्ता वैद्य, पुस्तकालय अध्यक्षा सुदेश कुमारी, मेजर डॉ चेतन सिंह राणा, प्रोफेसर बलदेव वर्मा, डॉ ओपी ठाकुर, प्रोफेसर हंसराज, प्रोफेसर सूरज मणि सहित पत्रकारिताएवं जनसंचार विभाग, एनसीसी एयर विंगके कैडेटों, एनएसएस स्वयंसेवियों, रोवर रेंजर व राजनीति शास्त्र विभागके सैकड़ों विद्यार्थियों ने भाग लिया।
पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग ने भारत रत्न डॉ बी आर अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन
वल्लभ राजकीय महाविद्यालय मंडी केपत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग ने भारत रत्न डॉ बी आर अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन किया। इस अवसर पर "भारत रत्न डॉ बी आर अंबेडकरएक महान पत्रकार'" विषयपर संगोष्ठी का आयोजन किया। संगोष्ठी मे पत्रकारिता एवं जनसंचार विभागाध्यक्षफ्लाइंग ऑफिसर डॉ चमन लाल क्रांति सिंह ने बतौर बीज वक्ता भाग लिया।
डॉ चमन ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुएकहा- डॉ बी आर अंबेडकर एक सफल पत्रकार एवंप्रभावशाली संपादक थे। डॉ बी आर अंबेडकरपत्रकारिता के आधार स्तंभ है। वंचित वशोषित वर्ग व मूक जनता की पत्रकारिता के प्रथम संपादक, संस्थापक एवं प्रकाशक है।डॉ बी आर अंबेडकर ने मूकनायक, जनता, बहिष्कृतभारत, समता व प्रबुद्ध भारत जैसे समाचार पत्र और पत्रिकाओंका संपादन व प्रकाशन किया। डॉ बी आरअंबेडकर ने भारत के जनमानस में जागृति लाने के लिए कई पत्र-पत्रिकाओं व 50 से अधिक पुस्तकों का लेखन कर सामाजिक क्रांति का सूत्रपात किया है।
पत्रकारिता व जनसंचार विभागाध्यक्ष फ्लाइंग ऑफिसर डॉ चमनने कहा- बाबासाहेब डॉ बी आर अंबेडकरके महान व क्रांतिकारी कार्यों पर देश औरदुनिया के विश्वविद्यालय शोध और अनुसंधान कर रहे हैं। साहित्यकार व विचारक गंगाधरपानतावणे ने 1987 मे देश में पहली बारअंबेडकर की पत्रकारिता पर पीएचडी के लिए शोध प्रबंध लिखा। गंगाधर पानतावणे ने कहा- भारत रत्न डॉ बी आर अंबेडकर की अखबारमूकनायक ने बहिष्कृत भारत के लोगों को प्रबुद्ध भारत में लाया। डॉ चमन ने कहा- मूकनायक (1920), बहिष्कृत भारत (1927), समता (1928), एवंप्रबुद्ध भारत (1956) का संपादन, संस्थापनव प्रकाशन कर डॉ बी आर अंबेडकर नेपत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है। मूकनायक पत्रिका भारत की मूक- जनता की बुलंद आवाज बनकर उभरी। बहिष्कृत भारत के संपादकीय लेख में डॉक्टर बी आरअंबेडकर ने लिखा- बाल गंगाधर तिलक अछूतोंके बीच पैदा होते तो यह नारा देते कि"छुआछूत का उन्मूलन मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है"।
समता अखबार समता सैनिक दल कामुखपत्र था। 1944 मे जनता अखबार केसंपादकीय लेख मे बाबा साहब डॉक्टर बी आर अंबेडकर ने " हम शासक कौम बनेंगे" शीर्षक सेसंपादकीय लिखा। उन्होंने कहा- स्वतंत्रताप्राप्ति व संविधान के लागू होने के बाद देश के आम नागरिक देश की सर्वोच्चसंवैधानिक संस्थाओं के संविधानिकपदाधिकारी बन सकेंगे।
इस अवसर पर पत्रकारिता एवं जनसंचारविभागाध्यक्ष फ्लाइंग ऑफिसर डॉ चमन ने कहा- बाबा साहेब डॉ बी आर अंबेडकर ने 60 देशों के संविधान का अध्ययन करने, बुद्ध की शिक्षाओं का अध्ययन करने के बाद भारत के शाक्यऔर लिच्वी गणराज्यों से प्रेरणा लेकरदुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का लगभग 3वर्षों के कठिन परिश्रम की पराकाष्ठा के बाद संविधान निर्माण किया। लंदन स्कूल ऑफ़इकोनॉमिक्स व अमेरिका की कोलंबिया विश्वविद्यालय से अध्ययन करने के बाद बाबासाहेबआंबेडकर चाहते तो दुनिया के शीर्ष विश्वविद्यालय में बतौर प्रोफेसर, दुनिया के शीर्ष मीडिया संस्थानों संस्थानों में संपादक, पत्रकार व न्यायिक संस्थानों मे वकील व न्यायधीश की नौकरीकर सकते थे। लेकिन डॉक्टर बी आर अंबेडकर ने अपने व्यक्तिगत हितों को तिलांजलि देकर भारत देश की सेवा के लिए सर्वस्व निछावर कर दिया। संविधान रचना के कठोरपरिश्रम को करने के बाद लगभग छ सालों केबाद डॉ बी आर अंबेडकर 6 दिसंबर 1956 को महापरिनिर्वाण को प्राप्त करते हैं। डॉ बी आर अंबेडकर,महात्मा बुद्ध के बाद एशिया में बौद्ध धर्म के पुनर्जागरणमे महत्वपूर्ण योगदान के लिए याद रखे जाएंगे। डॉ बी आर अंबेडकर के आवाहन पर नागपुर में 10 लाख लोगों ने बुद्ध धम्म की दीक्षा ग्रहण की थी। उन्होंने कहा था - मैं पहले भारतीय हूं और अंत में भी भारतीय ही हूं।डॉक्टर बी आर अंबेडकर का संघर्षमय व चुनौतीपूर्ण जीवन मानवीय प्रेरणा का स्रोत है।
इस अवसर पर पत्रकारिता एवं जनसंचारविभागाध्यक्ष फ्लाइंग ऑफिसर डॉ चमन ने संगोष्टी की अध्यक्षा वरिष्ठ प्रोफेसर सीमाबावा को डॉक्टर बी आर अंबेडकर द्वारा लिखित पुस्तक "बुद्धा एंड धमा" प्रदान की। वरिष्ठ प्रोफेसर सीमाबाबा ने संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए कहा- डॉक्टर बी आर अंबेडकर का मानवीयमूल्य, देश की एकता और अखंडता को अक्षुण्णबनाए रखने मे भारतीय संविधान की महत्वपूर्ण भूमिका है।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ वाई पी शर्मा नेसंगोष्ठी के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए शुभकामनाएं दी है। प्राचार्य डॉ वाई पी शर्मा ने कहा- लोकतंत्रके चौथे स्तंभ पत्रकारिता को मजबूती प्रदान करने में भारत रत्न डॉक्टर बी आरअंबेडकर ने उल्लेखनीय योगदान दिया है।
इस अवसर पर हिंदी विभाग के सहायकप्रोफेसर डॉ हेमराज भारद्वाज ने कहा- डॉ बी आर अंबेडकर बहुआयामी प्रतिभा के धनीथे। डॉक्टर अंबेडकर ने देश के सामाजिक, आर्थिक राजनीतिकव देश की एकता और अखंडता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इस अवसर पर संगोष्ठी की अध्यक्षा प्रोफेसर सीमा बावा, सहायक प्रोफेसर डॉ हेमराज भारद्वाज सहित पत्रकारिता एवंजनसंचार विभाग के विद्यार्थियों ने भारतरत्न डॉक्टर बी आर अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलिदी। इस अवसर पर पत्रकारिता और जनसंचार विभाग के विद्यार्थियों द्वारा डॉक्टर बी आरअंबेडकर द्वारा लिखित पुस्तकों, पत्रिकाओंव पत्रों की प्रदर्शनी लगाई गई।पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के विद्यार्थी नीरज सोलंकी, दीक्षा ठाकुर, बलिराम, भारती, दयाकुमारी, दीपिका देवी, गीतांजलि, कुसमा, रूप सिंह, संजनालामा सहित द्वितीय वर्ष व तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों ने भाग लिया।
राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम देश की अर्थव्यवस्था, स्वरोजगार व उद्यमिता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है: डॉ चमन
राष्ट्रीयलघु उद्योग निगम मंडी मे आयोजित उद्यमिता ओरिएंटेशन प्रोग्राम मे वल्लभ राजकीय महाविद्यालय मंडी के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभागाध्यक्षफ्लाइंग ऑफिसर डॉ चमन लाल क्रांति सिंह बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। बतौर बीज वक्ता डॉ चमन ने कहा -राष्ट्रीय लघुउद्योग निगम देश की अर्थव्यवस्था, स्वरोजगार वउद्यमिता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। डॉ चमन ने "उद्यमिता व संचार कुशलता " पर ओरियंटेशन में भाग लेने वालेप्रतिभागियों को विस्तृत व्याख्यान दिया। डॉ चमनने कहा- सूक्ष्म व लघु उद्योग देश की अर्थव्यवस्था का आधार स्तंभ है। सूक्ष्म व लघु उद्योगों से समावेशी विकास, संतुलित विकास, स्वरोजगार वउद्यमिता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा सकती है। सूक्ष्म व लघु उद्योग पर्यावरणीय संतुलन व युवाओं के जीवन स्तर को उन्नत कर सकतेहैं। कॉरपोरेट कम्युनिकेशन, उद्यमिता व उद्योग जगत में संचार कुशलता की महत्वपूर्णभूमिका है।
इसअवसर पर डॉ चमन ने संचार व उद्यमिता की भूमिका पर प्रतिभागियों से विस्तृत जानकारीसाझा की। डॉ चमन ने उद्यमिता क्षमता निर्माण व भारत के सफलउद्यमियों के संघर्षों पर पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन दी। डॉ चमन ने कहा- देश केयुवाओं मे उद्यमिता व संचार कुशलता को बढ़ावा देने में राष्ट्रीय लघु उद्योग निगममंडी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम संस्थान मंडीप्रशिक्षुओं को उद्यमिता व स्वरोजगार परख पाठ्यक्रमों व प्रशिक्षण से अवगत करवा रहा है। राष्ट्रीय लघु उद्योग निगममंडी के प्रमुख प्रबंधक लोकेश ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व बीजवक्ता फ्लाइंग ऑफिसर डॉ चमन को स्मृति चिन्ह भेंट किया।
राष्ट्रीयलघु उद्योग निगम (एनएसआईसी) प्रमुख लोकेश भाटिया ने बताया कि प्रशिक्षुओं कोइंडस्ट्री की अंदरूनी झलक दिखाने के लिए और उनमें भविष्य के उद्यमी बनने की इच्छापैदा करने के लिए एन.एस.आई.सी. मंडी में अपनी ही तरह का एक अलग 'एंटरप्रैनियोरशिप ओरिएनटेशन प्रोग्राम आयोजित किया गया। उन्होंने बताया कि यहप्रोग्राम खास तौर पर उन प्रशिक्षुओं के लिए तैयार किया गया था, जो अभी अपना प्रशिक्षण ले रहें हैं और उद्यमित्ता के बारे में उनकोकोई जानकारी नहीं हैं।
लोकेश भाटिया ने प्रशिक्षुओं को संबोधित करतेहुए कहा कि प्रोग्राम का मुख्य लक्ष्य प्रशिक्षुओं का प्रशिक्षण समाप्त होने केबाद नौकरी तलाशने की बजाय उद्यमित्ता के संबंध में जागरूकता पैदा करना हैं। इसप्रोग्राम से लघु उद्योगों की भारतीय अर्थव्यवस्था में महत्ता बारे, कारोबार स्थापित करने, प्रोजैक्टरिपोर्ट तैयार करने और बाजार की संभावनाओं को समझने के साथ- साथ उनसे संबंधितमामलों बारे में युवाओं को जानकारी मिलती है। कार्यक्रम में प्रशिक्षुओं को केंद्रएवं राज्य सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई,जिसमेंस्टार्टअप इंडिया, स्किल इंडिया, मुद्रा योजना, प्रधानमंत्रीरोजगार सृजन योजना एंव मुख्यमंत्री सवाबलम्बन योजना पर विस्तृत चर्चा करते हुएविभिन्न उद्योग को स्थापित करने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान उपस्थितप्रशिक्षुओं के सभी प्रश्नों का उत्तर देते हुए डॉ चमन व लोकेश भाटिया ने बताया कि ये योजनाएं समाज केसभी लोगों के लिए है। जिसके लिए आवश्यक दस्तावेज की व्यवस्था करते हुए संबंधितविभाग में आवेदन कर लाभान्वित हो सकते हैं। जिसमें सरकार के द्वारा एक लाख से पचासलाख रुपयों तक का लोन बैंकों के माध्यम से दिया जाता है जिसमें सरकार के द्वारा 35 प्रतिशत तक की सब्सिडी का भी प्रावधान है। इस प्रोग्राम सेएन.एस.आई.सी. का मुख्य उद्देश्य कामयाब उद्यमी बनने के लिए नौजवानों की मदद करनाहै। कार्यक्रम के दौरान परियोजना समन्वयकविनय कुमार, गीता ठाकुर, डिम्पल सेन, सोमनाथ गुलेरिया, तरसिंदेर कौर सहित ओरियंटेशन के प्रतिभागी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
Assistant Professor Dr. Chaman, earned commissioned as an ANO/ Flying Officer (Indian Air Force) 1 HP Air Squadron NCC
Assistant Prof. Dr. Chaman HOD, Department of Journalism and Mass Communication, earned commissioned as ANO/ Flying Officer (1 HP Squadron NCC) in 11 June 2021.
Award for Flying Officer Dr. Chaman, Department of Journalism and Mass Communication
